02
Dec

इस बार नहीं -  

Posted by Barfani bAbA

इस बार जब वह छोटी सी बच्ची
मेरे पास अपनी खरोंच लेकर आएगी
मैं उसे फू-फू करके नहीं बहलाऊंगा
पनपने दूंगा उसकी टीस को
इस बार नहीं

इस बार जब मैं चेहरों पर दर्द लिखूंगा
नहीं गाऊंगा गीत पीड़ा भुला देने वाले
दर्द को रिसने दूंगा
उतरने दूंगा गहरे
इस बार नहीं

इस बार मैं ना मरहम लगाऊंगा
ना ही उठाऊंगा रुई के फाहे
और ना ही कहूंगा कि तुम आंखे बंद करलो,
गर्दन उधर कर लो मैं दवा लगाता हूं
देखने दूंगा सबको
हम सबको
खुले नंगे घाव
इस बार नहीं

इस बार जब उलझनें देखूंगा,
छटपटाहट देखूंगा
नहीं दौड़ूंगा उलझी डोर लपेटने
उलझने दूंगा जब तक उलझ सके
इस बार नहीं

इस बार कर्म का हवाला दे कर नहीं उठाऊंगा औज़ार
नहीं करूंगा फिर से एक नई शुरुआत
नहीं बनूंगा मिसाल एक कर्मयोगी की
नहीं आने दूंगा ज़िंदगी को आसानी से पटरी पर
उतरने दूंगा उसे कीचड़ में, टेढ़े-मेढ़े रास्तों पे
नहीं सूखने दूंगा दीवारों पर लगा खून
हल्का नहीं पड़ने दूंगा उसका रंग
इस बार नहीं बनने दूंगा उसे इतना लाचार
की पान की पीक और खून का फ़र्क ही ख़त्म हो जाए
इस बार नहीं

इस बार घावों को देखना है
गौर से
थोड़ा लंबे वक्त तक
कुछ फ़ैसले
और उसके बाद हौसले
कहीं तो शुरुआत करनी ही होगी
इस बार यही तय किया है

-
प्रसून जोशी

11
Oct

मेरी बेटी  

Posted by Barfani bAbA

जहाँ चलती मेरी गुड़िया रानी
बजते घुंघुरू पाँव में
आ लाली मेरी बाँहों में ।

हर पल तुमको खुश रखू
हर खुशिया पहनाऊ
जो तू मांगे हीरे मोती
अगर मिले तो लाऊ

लाली मेरी खुशिया बिखराए
आजा धूप से छाह में
आ लाली मेरी बांहों में

हर खुशिया उपहार मिले तुझे
बस जा मेरी आशाओं में
आ लाली मेरी बाहों में

लोग कहेगे अपने मुह से
मेरा सपना सच्चा है
रोशन होगा नाम हमारा
लोग कहे मेरा बच्चा है

जहाँ चलती मेरी गुड़िया रानी
बजते घुंघुरू पाँव में
आ लाली मेरी बाँहों में

10
Oct

सजा  

Posted by Barfani bAbA


पूछ लो खुदा से आपके लिए ही दुआ मांगी ,
पूछ लो हवा से आपके लिए ही फिजा मांगी ।
आपने की जितनी भी गलतिया ,
हमने दुआ में अपने लिए उतनी ही सजा मांगी ।

10
Oct

तेरी जुदाई  

Posted by Barfani bAbA


खुदा किसी को किसी पे फ़िदा ना करे ,
करे तो क़यामत तक जुदा ना करे ,
यह माना की कोई मरता नही जुदाई में ,
लेकिन जी भी तो नही पता तन्हाई में ...

01
Oct

वो कहते है  

Posted by Barfani bAbA


वो कहते है मजबूर है हम ,
ना चाहते हुए भी तुमसे दूर है हम ,
चुरा ली उन्होंने धड़कने भी हमारी ,
फिर भी कहते है बेकसूर है हम !
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कुछ रिश्ते अनजाने में हो जाते है ,
पहले दिल, फिर ज़िन्दगी से जुड़ जाते है ,
कहते है उस दौर को दोस्ती ,
जिस में दिल से दिल ना जाने कब जुड़ जाते है !

25
Sep

दुआ  

Posted by Barfani bAbA

चाहत में किसी का इम्तिहान ना लेना ...

जो निभा ही ना सको वो वादा ना देना ...

जिसे आपके बिन जीने की आदत ही ना हो ...

उसे कभी अकेले जीने की दुआ ना देना ।

25
Sep

हर पल , हर दम  

Posted by Barfani bAbA

साज़ के साथ आवाज

समुंदर का साथ साहिल ,

फूल के साथ खुशबू

जिस्म के साथ रूह

खुशी के साथ गम

और आप के साथ हम , हर पल हर दम

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कसूर उनका है न मेरा ,
हम दोनों ही रस्मे निभाते रहे ।
वो दोस्ती का एहसास जताते रहे ।
हम मोहब्बत को दिल में छुपाते रहे .

24
Sep

यादें  

Posted by Barfani bAbA

जब आपका नाम जुबान पर आता है ,
पता नही दिल क्यो मुस्कुराता है ,
तसल्ली होती है दिल को ,
कोई तो है अपना जो हर वक्त याद आता है ...

23
Sep

तुम पुकार लो !  

Posted by Barfani bAbA


जरुर किसी ने दिल से पुकारा होगा,
एक बार तो चाँद ने भी आपको निहारा होगा ,
मायूस हो गए होंगे आसंमा के तारे भी उस दिन,
जब जमीं पर आपको खुदा ने ऊतारा होगा !

23
Sep

तेरी यादों की महक  

Posted by Barfani bAbA


आपकी यादों की महक इन हवाओं में है,
कुछ अपनापन सा बिखरा इन फिजाओं में है,
खुशिया चूमे आपके कदम हमेशा ,
यही सपना इन निगाहों में है !

21
Sep

 

Posted by Barfani bAbA


सिर्फ़ रिश्तो के बंधन को विश्वास नही कहते,
हर आंसू को जज्बात नही कहते !
किस्मत से मिलता है प्यार जिंदगी में,
इसलिए प्यार को कभी इतेफाक नही कहते !!

20
Sep

कुछ नया , कुछ सुहाना , कुछ ताजगी  

Posted by Barfani bAbA

दोस्ती की अनदेखी सूरत है आप,
किसी की जिंदगी की जरुरत हो आप,
खूबसूरत तो फूल भी बहुत है ,
मगर किसी के लिए फूल से भी खूबसूरत है आप !
बनके एहसास मेरी धड़कन के पास रहते है,
तस्वीर बन के आंखों के पास रहते है,
पूछना तुम एक सवाल उनसे,
दूर हो कर क्या वो भी, हम से उदास रहते है
नाराज़ होना आपसे गलती कहलाएगी,
अगर आप हमसे नाराज़ हो, तो ये साँसे थम जाएँगी
हँसते रहना आप सदा ,
आपकी हँसी से किसी की जिंदगी संवर जायेगी !

10
Feb

तेरे लिए  

Posted by Barfani bAbA

आज हमको अपनी बेबसी का हो गया यकीं ,
दिल मे देखा उनको , और उनको दिल मे ना पा के रो दिए ।

तीर खाता हूँ, जख्म सहता हूँ
तेरी याद मे कुछ न कहता हूँ ।

तू बहार की आरजू तू उम्मीद के नजारे
मेरे दिन गुजर रहे है तेरी यादो के सहारे।

दिल वीरान है , तेरी याद है , तन्हाई है ,
ऐसा उजड़ा है चमन तेरे बाद ,
फूल मुरझाये है, कांटो पे बहार आयी है ।

कुछ और पूछिये , ये हरकत न पूछिये ,
कियो मुझको है आप से मौहबत ना पूछिये ।

मुस्कुरा कर डाल दी मुख पर नकाब ,
मिल गया जो मिलना था जवाब ।


लेके पुछुगां दो बोसे लबे रुखसार के
क्या हाल है मेरे परवर दिगार के ।

कुर्बान जाऊ आपकी इस चाल-ढाल पे
रख दूं कदम-कदम पे कलेजा निकाल के ।

10
Feb

सिर्फ तुम  

Posted by Barfani bAbA

खुदा जाने हुई नफरत, की रंजो - गम ने आ घेरा,
निगाहे फेर ली उसने, जनाजा देख के मेरा !

एक अदा मस्ताना सिर से पाँव तक छांई हुई
उफ़ तेरी काफिर जवानी जोश पे आई हुंई !

09
Feb

तेरे नाम !!  

Posted by Barfani bAbA

जनाजे कों मेरे रोक कर, वो बड़े अंदाज से बोले...
गली हमने कही थी, तुम तो दुनिया छोंड़ चले !

जाम गिर पड़ता है साकी, थरथरा जाते है हाथ,
तेरी आँखे देख कर मैं नशे मे आ जाता हूं !

लिख कर जमीं पे मेरा नाम , मिटा दिया,
उनका तो खेल था, हमे खाक मे मिला दिया !

जालिम ने क्या चाल निकाली है रफ्ता - रफ्ता ,
इस चाल पर चलेंगी तलवारे रफ्ता - रफ्ता !

खूब पर्दा है की चिलमन से लगे बैठे है,
साफ छिपते भी नही, सामने आते भी नही !

मेरे पास हो कर गुजरे, मेरा हाल भी न पूछा
मै कैसे करलूं यकिन् की वो दूर जा कर रोये !

तेरा चेहरा सुबह का सूरज है, तुछसे मिलने की आस रहती है
तेरे जलवे कही भी रोशन हो, रौशनी दिल के पास रहती है !

मस्जिद मे उसने आँखे दिखा कर मारा,
जालिम की देखो शोखी, घर मे खुदा के मारा !

तुँम्हे पर्दे से मिलना है, चलो यू ही सही ,
लो हमने आँखे बंद करली, लो पर्दा हो गया !

महबूब की चाल मे जो लंगड़ापन है,
दिल लेने का ये भी एक चलन है !

दिल ने आँखो से कही, आँखो ने दिल से ,
बात चल निकली है, देखे कहाँ पहुचती है !

कोई कैसे राजे उल्फत छुपाऐँ ,
नजर मिली और कदम लंड़खड़ाऍ !

09
Feb

शीशा ही नही टूटा, अक्स भी टूटा है  

Posted by Barfani bAbA


जो मेरे शहर मे कुछ रौशनी लाये होंगे,
उन चिरागों ने कई घर भी जलाऐ होंगे !
हाथ यकीनन उनके भी हुए होंगे जख्मी,
जिन्होने कांटे मेरी राहों मे बिछाये होंगे !!

07
Feb

दोस्ती  

Posted by Barfani bAbA



दोस्ती अच्छी हो तो रंग लाती है,

दोस्ती गहरी हो तो सबको भाती है,

दोस्ती नादाँ हो तो टूट जाती है,

पर अगर दोस्ती अपने जैसी हो........ तो इतिहास बनाती है !


ज़िंदगी नहीं हमें दोस्तों से प्यारी,

दोस्तों पे हाजिर है जान हमारी,

आंखों में हमारी आँसू है तो क्या,

जान से भी प्यारी है मुस्कान तुम्हारी !


दोस्ती तो सिर्फ एक इत्तेफाक है,

यह तो दिलों की मुलाक़ात है,

दोस्ती नही देखती यह दिन है की रात है,

इसमे तो सिर्फ वफादारी और जजबात है !


जजबात-ए-इश्क नाकाम ना होने देंगे,

दिल की दुनिया में कभी शाम ना होने देंगे,

दोस्ती का हर इल्जाम अपने सर पर ले लेंगे,

पर दोस्त हम तुम्हे बदनाम न होने देंगे !


रातें गुमनाम होती है,

दिन किसीके नाम होता है,

हम ज़िंदगी कुछ इस तरह जीते है,

की हर लम्हा दोस्तों के नाम होता है !


07
Feb

 

Posted by Barfani bAbA

"हथेली सामने रखना..के सब आंसू गिरें उस में..
जो रूक जायेगा होंटों पर...समझ जाना के वो हूँ मैं॥!

कभी जो चाँद कों देखो..तो तुम यूँ मुस्कुरा देना..
के फिर बादल भी आ जाये ...समझ जाना के वो हूँ मैं॥!

जो चल जाए हवा ठंडी..तो आंखें बंद कर लेना..
जो झोंका तेज़ हो सब से..समझ जाना के वो हूँ मैं॥!

जो जियादा याद आऊँ मैं..तो तुम रो लेना जी भर के..
अगर हिचकी कोई आये..समझ जाना के वो हूँ मैं॥!

अगर तुम भूलना चाहो..मुझे शायद भुला दो तुम..
मगर जब साँस आएगी ..समझ जाना के वो हूँ मैं..!!~

15
Jan

आपा - धापी  

Posted by Barfani bAbA

जीवन की आपा धापी मे कब वक़्त मिला , कुछ देर बैठ ये सोच सकु , जो कीया करा पाया , उसमे क्या भला बुरा ?

बच्चन जी की ये पंक्तिया मन् कों बहुत भाती है। जब कभी बहुत उदास होता हूँ या बहुत खुश होता हूँ, ये ही पंक्तिया गुनगुनाने लगता हूँ । जाने क्या नाता है इन के साथ .