बात इतनी सी थी कि तुम अच्छे लगे थे.....
बात इतनी बढ़ गयी कि अब तुम बिन कोई अच्छा नहीं लगता....!!
कि मोहब्बत, तो सियासत का चलन छोड़ दिया........
हम अगर इश्क ना करते, तो हुकुमत करते.../
जुबांन से नाम लेते है,
आँखों से आंसू छलक जाते हैं ....
कभी हज़ारों बातें किया करते थे.....
आज एक बात के लिए हम तरस जाते हैं.../