तू बेक़रार रहे  

Posted by Barfani bAbA


ना पूछ, दिल की हक़ीकत मगर ये कहते है..

वो बेक़रार रहे,  जिसने हमे बेक़रार किया.../


ख़ाक हो जायेंगे हम तुम को खबर होने तक  

Posted by Barfani bAbA


अपनी मसरूफियत में खो कर
कही भूल ना जाना हमे ऐ जान....

...की हम मिट्टी के हवाले हो जाए 
और तुम्हे खबर तक ना हो ../


सुना है  

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सुना है आज कल वो परेशान रहते है
उनसे कहना बे-फ़िक्र हम भी नहीं है .

सुना है वो हर वक़्त गुमसुम रहते है
उनसे कहना होश में हम भी नहीं है.

सुना है वो छुप छुप कर अक्सर रोते है
उनसे कहना हँसते कभी हम भी नहीं है.

सुना है उन्होंने वफ़ा का दावा किया है
उनसे कहना बेवफा हम भी नहीं है ../




अपने ज़ख्म  

Posted by Barfani bAbA

सुना था वो मेरे दर्द मे ही छुपा है कहीं
उसे ढूँढने को मैं अपने ज़ख्म नोचता रहा..


 

Posted by Barfani bAbA



राह तकते हुए जब थक गयी आँखें मेरी,
ढूंढने उनको मेरी आँख से आंसू निकले .

चाहत  

Posted by Barfani bAbA


तक़दीर बनाने वाले, तूने भी हद कर दी....

तक़दीर में किसी का नाम लिखा और

दिल में चाहत किसी और की भर दी....!!

कहाँ हो ?  

Posted by Barfani bAbA



तुझ तक जो पहुंचा दे,वो राह नहीं मिलती,
मैंने हरेक मोड़ से,पूछा है पता तेरा
 

तू कबूल है  

Posted by Barfani bAbA


  अपना तो चाहतो में बस इतना सा उसूल है

 जब तू कबूल है, तो तेरा सब कुछ कबूल है ../

अपनी जिंदगी के नाम  

Posted by Barfani bAbA

दिल में जो आया वो लिख दिया.......कभी मिलन , कभी जुदाई लिख दिया

पहली बार मिले थे जहाँ हम …
उन राहों का नाम मंजिल लिख दिया

किया  तूने तार - तार मेरा दामन …
जा मैंने भी तुझे बेवफा लिख दिया ….

इश्क का जूनून था या दीवानापन …
जो अपनी  साँसों को तेरे नाम लिख दिया

तेरी जुदाई है अब मुकद्दर मेरा
इस जिंदगी का नाम इंतजार लिख दिया

दर्दे मोहब्बत के सिवा शायरी है क्या...
जा तेरा नाम हमने ग़ज़ल लिख दिया

दफ़न हो गई हर आरजू सीने में
किसी ने जब से तुझे सनम लिख दिया