10
Feb

तेरे लिए  

Posted by Barfani bAbA

आज हमको अपनी बेबसी का हो गया यकीं ,
दिल मे देखा उनको , और उनको दिल मे ना पा के रो दिए ।

तीर खाता हूँ, जख्म सहता हूँ
तेरी याद मे कुछ न कहता हूँ ।

तू बहार की आरजू तू उम्मीद के नजारे
मेरे दिन गुजर रहे है तेरी यादो के सहारे।

दिल वीरान है , तेरी याद है , तन्हाई है ,
ऐसा उजड़ा है चमन तेरे बाद ,
फूल मुरझाये है, कांटो पे बहार आयी है ।

कुछ और पूछिये , ये हरकत न पूछिये ,
कियो मुझको है आप से मौहबत ना पूछिये ।

मुस्कुरा कर डाल दी मुख पर नकाब ,
मिल गया जो मिलना था जवाब ।


लेके पुछुगां दो बोसे लबे रुखसार के
क्या हाल है मेरे परवर दिगार के ।

कुर्बान जाऊ आपकी इस चाल-ढाल पे
रख दूं कदम-कदम पे कलेजा निकाल के ।

This entry was posted on Sunday, February 10, 2008 at Sunday, February 10, 2008 . You can follow any responses to this entry through the comments feed .

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