08
May
तेरी आस
राज़-ए-उल्फ़त छुपा के देख लिया
दिल ने बहुत कुछ जला के देख लिया.
और क्या देखने को बाक़ी है
आप से दिल लगा के देख लिया
वो मेरे हो के भी मेरे ना हुए
उनको अपना बना के देख लिया.
आज उनकी नज़र में कुछ हमने
सबकी नज़रें बचा के देख लिया.
आस उस दर से टूटती ही नहीं
जा के देखा, ना जा के देख लिया.
- 'फ़ैज़'
दिल ने बहुत कुछ जला के देख लिया.
और क्या देखने को बाक़ी है
आप से दिल लगा के देख लिया
वो मेरे हो के भी मेरे ना हुए
उनको अपना बना के देख लिया.
आज उनकी नज़र में कुछ हमने
सबकी नज़रें बचा के देख लिया.
आस उस दर से टूटती ही नहीं
जा के देखा, ना जा के देख लिया.
- 'फ़ैज़'
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on Wednesday, May 08, 2013
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