04
May
तुम लौटोगी
वो डूबता सूरज जो हमने साथ देखा था ,
जब तक तुम लौटोगी इस जीवन की शाम हो जाएगी .
वो तुम्हारी साँसे जो मेरी साँसों में समायी थी,
जब तक तुम लौटोगी सिर्फ गिनती की साँसे रह जाएँगी .
वो पूरा चाँद जो तुम मेरे साथ देखना चाहती थी,
जब तक तुम लौटोगी उस चाँद की चांदनी मेरे बालो पर बिखर जाएगी .
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on Saturday, May 04, 2013
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