20
May
ख्वाब था
ख्वाब था, तुमको नाम ले कर बहुत बार बुलाया
ख्वाब था, तुम अपना नाम मेरी जुबान से सुन कर खुश होती रही
ख्वाब था, तुम मेरे पास आ कर, मेरे बालो में अपनी उंगलिया फिराती रही, मुस्कुराती रही
ख्वाब था, तुमको मैंने अपने सीने से लगाने की कोशिश करी
खवाब था, टूट गया... बांहे खाली थी, लेकिन आंखे भरी हुई
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on Monday, May 20, 2013
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